What is CSS in Hindi-CSS क्या है और इसके क्या फायदे हैं?
CSS का बेसिक ज्ञान हर ब्लॉगर को होना चाहिए। सीएसएस का पूरा नाम-cascading Style Sheet है। एक web browser सबसे पहले css file को read करता है और फिर उसके अनुसार वेब पेज को दिखाता है। यदि आप HTML के साथ कार्य करते है, तो आप जरूर सीएसएस बारे में भी जरूर सुना होगा।
एक वेब पेज को अलग-अलग डिवाइस और स्क्रीन मे किस प्रकार दिखाना है ये काम सीएसएस करता है। आप एक सीएसएस फाइल से एक साथ कई वेब पेज को लिंक कर सकते हो। एचटीएमएल का प्रयोग करके किसी वेब पेज का structure बनाया जाता है। उस ढ़ाँचे या structure को formatting करने के लिए जिस style sheet या language का प्रयोग होता है , उसे CSS कहा जाता है.
CSS क्यों जरूरी होता है ?
HTML को web page के content को बताने के लिए बनाया गया था। जब उस वेब पेज को colorful बनाने और अलग-अलग स्टाइल देने के लिए font और color attribute को एचटीएमएल मे add किया जाता था। इस से उस वेब पेज का साइज़ भी increase हो जाता है। जिससे पेज को fully load होने मे टाइम ज्यादा लगता था। एक developer को हर पेज पर fonts और color को mannully add करना पड़ता था। जिससे ये process बहुत लंबा और expensive बन जाता था। इस problem को solve करने के लिए सीएसएस को बनाया गया।
सीएसएस को W3C यानि World Wide Web Consorium द्वारा विकसित किया गया। सीएसएस का पहला संस्करण 1996 में प्रकाशित किया गया था। CSS 3 इसका सबसे नवीनतम संस्करण है। एचटीएमएल के द्वारा हम एक वेबसाईट बनाते है। वो वेबसाईट लोगों को कैसी दिखाई देनी चाहिए, इसके सीएसएस का प्रयोग किया जाता है।
सीएसएस को सीखना बहुत ही आसान है। किसी भी text editer जैसे notpad मे आप इसको लिख सकते हो। एचटीएमएल और सीएसएस दोनों मिलकर एक वेब पेज को रंग-रूप और आकार देते हैं। एचटीएमएल वेब पेज को आकार देता है और सीएसएस उसी वेब पेज को आकर्षक बनाता है। बिना एचटीएमएल के आप सीएसएस से कुछ नहीं बना सकते, इसलिए सीएसएस सीखने से पहले आपको HTML की भी जानकारी होनी चाहिए।
HTML से हम किसी वेब पेज का ढांचा तैयार करते है। उसमे हम content जैसे-heading ,paragraph,image या video आदि डालते हैं। सीएसएस से हम उस content का color,background ,size ,border और position बताते हैं।
CSS को use करने के क्या फायदे हैं ?
किसी ने Quara पर मुझसे सवाल पूछा था कि अगर हम एचटीएमएल मे स्टाइल टैग से वेब पेज का लुक चेंज कर सकते हैं तो सीएसएस क्यों use करें। इसलिए मैं आपको एचटीएमएल वेब पेज मे सीएसएस को use करने के फायदे बता रहा हूँ।
Internal Linking के फायदे और Internal Linking करने का सही तरीका हिन्दी में
Increase Page Loading speed
एक एचटीएमएल document में बहुत सारे elements होते हैं और सभी elements के लिए अलग-अलग style टैग का use करना पड़ता है। हर elements के लिए अलग स्टाइल देने से पेज का साइज़ काफी बढ़ जाता है। यही काम अगर हम सीएसएस की एक style sheet बनाकर सभी elements उसमें add कर देते है। जिस से पेज का साइज़ कम हो जाता है और पेज fast load होने लगता है।
Web development सीखने के लिए 4 Best Websites-हिंदी में
Save Time
सीएसएस से आपके समय की भी बहुत बचत हो जाती है। जब आप एक stylesheet बना लेते हैं तो उसको Multiple Webpages पर apply कर सकते हो। आपको हर बार किसी HTML Document में कस्स rules लिखने की कोई जरूरत नहीं पड़ती।
GIF Image Kya Hai Aur GIF Animation Image Kaise Bnaye
3 ways to insert CSS-किसी webpage में CSS कैसे Add करें
CSS Selector क्या है और इसका use कैसे किया जाता है?
Easy To Maintain
सीएसएस फाइल से किसी भी html पेज को maintain करना बहुत ही आसान है। किसी वेब पेज के style को पूरी तरह से बदलने के लिए बस एक सीएसएस style के code को बदलने से html पेज मे use किये गए सभी elements अपने आप ही एक साथ बदल जाते हैं। इसलिए एक एक करके सभी elements को बदलने की जरूरत नहीं पड़ती। इस प्रकार इनको maintain करना भी आसान होता है।
Platform Independent
सीएसएस platform independent होता है। इसका इस्तेमाल हम किसी भी platform जैसे window , linux मे कर सकते हैं। सीएसएस इस समय के सभी latest browser को support करता है।
CSS क्या है और इसके क्या फायदे हैं? इस बारे मे हमने इस आर्टिकल मे सीखा। किसी भी basic computer कोर्स मे ये जानकारी आपके काम आ सकती है। सीएसएस से रिलेटेड आपका कोई सवाल हो तो comment मे जरूर पूछे।