What is SEO हिन्दी में और एसईओ में क्या-क्या आता है?
बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां जैसे amazon , flipkart जो अपने Proudct और servies online बेचने का काम करती है, वो करोड़ों रुपये सिर्फ SEO पर ख़र्च करती है. अगर आप एक ब्लॉगर हो या आपने अभी-अभी ब्लॉगिंग स्टार्ट की है तो Search Engine Optimization नाम आपको बहुत बार दिखाई पड़ा होगा। जब तक आपको इसके बारे में सही-सही और पूरी जानकारी नहीं होगी, तब तक आपका ब्लॉग कामयाब नहीं हो सकता। आपने ब्लॉग को सर्च इंजन के रिजल्ट में दिखाने के लिए इसका ज्ञान होना बहुत ही जरूरी है।
अनुमान करें कि लोग प्रत्येक दिन कितने ब्लॉग पोस्ट प्रकाशित करते हैं।
Any Idea?
Ok, अकेले wordpress users हर दिन 2 मिलियन से अधिक पोस्ट प्रकाशित करते हैं। जो हर सेकंड में 24 ब्लॉग पोस्ट पर आता है।
इसका मतलब है कि जब तक आप ऊपर लिखी lines को पढ़ते हैं, तब तक wordpress users 216 ब्लॉग पोस्ट्स publish कर देते हैं।
और यह केवल वर्डप्रेस उपयोगकर्ताओं की गिनती है। यदि हम सभी ब्लॉग पोस्टों को गिनते हैं, तो निश्चित रूप से यह संख्या अधिक होगी।
ऐसे समय में अपने ब्लॉग के साथ कामयाब होना मुस्किल हो जाता है। लेकिन आपको किसी भी तरह अपने ब्लॉग को successful बनाना है।
जब मैं अक्सर अपने ब्लॉग पोस्ट लिखने में 4-5 घंटे बिताता हूं, तो प्रत्येक पोस्ट को अनुकूलित करने में जो दस मिनट मैं खर्च करता हूं, वह आसानी से सबसे महत्वपूर्ण होता है।
कोई आश्चर्य नहीं कि लाखों लोग प्रत्येक महीने Google शब्द “SEO” करते हैं।
किसी भी दिन, लोग 2.2 मिलियन से अधिक खोज करते हैं। और यह केवल Google पर है – अन्य खोज इंजनों में से कुछ भी नहीं कहने के लिए।
इसलिए, Google के मुख पृष्ठ पर दिखाना एक व्यवसाय के बीच निर्णायक कारक हो सकता है जो संपन्न और एक है, ठीक है, दिवालिया।
लेकिन SEO का क्या मतलब है?
आप शायद जानते हैं कि यह search engine optimization के लिए होता है, लेकिन आपको optimization की जरूरत क्यों होती है।
What Is SEO
लेकिन इस SEO गाइड को शुरुआत से शुरू करते हैं।
Defnition: SEO की full form होती है-Search Engine Optimization, यानि किसी ब्लॉग content , प्रोडक्ट या किसी वेब पेज को सर्च इंजन के search result में दिखाना। ये search engine में Rank कराने की एक free की कला है जिसको organic listings के रूप में भी जाना जाता है।
अब इसको विस्तार से हिन्दी में समझते हैं।
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Search engine optimization आपके online content को optimizing करने की process है ताकि सर्च इंजन इसको सर्च किए गए keyword के अनुसार top result में दिखा सके।
एसईओ वह जादू है जो आपको अपने लेख पर काम करने के लिए करना है ताकि जब भी कोई उस कीवर्ड को खोजता है तो google आपके पोस्ट को top result में शामिल कर सके।
अगर आप एक ब्लॉगर हैं या आपकी एक वेबसाइट है तो आपको यह तो जरूर पता होगा कि अपनी वेबसाइट पे लोगों को ला पाना कितना कठिन काम होता है।
देखिए ज्यादातर जो लोग होते हैं वो इंटरनेट पर अपने सवालों के जवाब ढूंढने के लिए गूगल का सहारा लेते हैं। अब अगर आप अपनी वेबसाइट को किसी तरह से गूगल में सबसे पहले अपनी वेबसाइट को लोगों को दिखाने में कामयाब हो जाते हैं तो आप बहुत सारे लोगों को फ्री में अपनी वेबसाइट पर ला सकते हैं लेकिन यह उतना आसान नहीं है जितना कि लगता है।
गूगल यूं ही किसी वेबसाइट को उठाकर लोगों को नहीं दिखाता है बल्कि वह सबसे पहले उसके बारे में बहुत सारी जानकारियां जुटाता है। जैसे-कोई वेबसाइट कितनी अच्छी है, कितना लोगों को उससे फायदा हो सकता है। इन सारी चीजों का आकलन कर वह बेस्ट वेबसाइटों को अपने रिजल्ट में सबसे पहले दिखाता।
अब यह तो आप जानते होंगे कि जो ज्यादातर लोग होते हैं वह गूगल में पहले देखने वाली वेबसाइट पर ही विजिट करते हैं। इसका मतलब यह है कि जो वेबसाइट जितने पहले दिखती है उतने ही ज्यादा लोग के वेबसाइट पर चले जाते हैं। यानी कि अगर हम अपनी वेबसाइट को गूगल में पहले दिखाने में कामयाब हो जाते हैं तो हम बहुत सारे लोगों को अपनी वेबसाइट पर ला सकते हैं।
SEO क्यों important है?
अब हम एसईओ के बारें में खुलकर बात करेंगे। फिर भी आप अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी टॉपिक पर क्लिक करके सीधा उस टॉपिक पर जा सकते हो।
अब बात करते हैं ये जादू दिखता कैसा है और ये इतना important क्यों है?
मैं आपको पहले ही बता चुका हूँ कि हम online जो भी करना चाहते है उसके लिए हम ज्यादातर search engine का ही सहारा लेते हैं। लगभग 75% लोग गूगल पर ही search करते हैं।
इस fact को भी जानते होंगे कि लगभग 70% क्लिक गूगल के सर्च मे दिखाए गए पहले 5 रिजल्ट पर ही होते हैं। अब आपको यह पता चल गया होगा कि Search engine optimization इतना important क्यों है।
पूरी दुनिया मे एक मज़ाक चल रहा है कि google के first पेज को hit करना कितना crucial है। यदि ब्लॉग, article या प्रोडक्ट गूगल के first पेज के अलावा किसी दूसरे या तीसरे पेज पर show हो रहा है तो ये Rank ना करने के बराबर है।
ये समझने के लिए कि Search engine के first पेज पर कंटेन्ट या प्रोडक्ट कैसे दिखाएं, आपको ये जानना होगा कि search इंजन काम कैसे करता है।
How Search Engine Works:
Search engine को आप answer देने वाली मशीन भी कह सकते हो। सर्च इंजन अपने खुद के web crawlers का प्रयोग करके लाखों करोड़ों pages को crawling करने का काम करते हैं। इन web crawlers को आप search engine bots या spiders बोल सकते हो। एक सर्च इंजन वेब पेजों को डाउनलोड करके web पर navigate करता है और इन web pages पर दिए गए links को follow करके नए pages available करवाता है।
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सर्च इंजन आपके सर्च करते ही लाखों करोड़ों content को खंगालते हैं और हजारों factors का मूल्यांकन करके वो content आपके सामने रखते हैं जो आपकी query का सबसे best जवाब होता है। Search engines ये सब काम “crawling and indexing” के द्वारा करते हैं।
Google किसी पेज की popularity और authority को calculate करने के लिए hyperlink based algorithm(Pagerank) का प्रयोग करता है।
Parts Of SEO-SEO कितने प्रकार के होते है
- On-Page SEO: यह तकनीक आपकी वेबसाइट के कंटेंट और HTML सोर्स कोड को ऑप्टिमाइज़ करने पर केंद्रित होती है।
- Off-Page SEO: इसमें आपकी वेबसाइट के एक्सटर्नल फैक्टर्स जैसे बैकलिंक्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग, और अन्य बाहरी सिग्नल शामिल होते हैं।
- Technical SEO: यह आपकी वेबसाइट के तकनीकी पहलुओं जैसे साइट स्पीड, मोबाइल-फ्रेंडलीनेस, और क्रॉलअबिलिटी को ऑप्टिमाइज़ करने पर ध्यान देता है।
SEO में क्या-क्या आता है ?
1.Keyword research-
आप जिस टॉपिक पर अपना आर्टिक्ल लिखना चाहते है ,उस टॉपिक से जुड़े सभी keywords पर आप research करे।Keyword research के लिए आप 5 मुफ्त keyword research tool का प्रयोग कर सकते हो।
2.Change URL
जितना हो सकता है URL को Simple, readable और छोटा रखना चाहिए। अगर आपके URL में बहोत सारे पैरामीटर्स होंगे तो Google bot को आपका साइट crawl करने में मुश्किल होगी और आपका अधिक crawl बजट इसी में ख़तम हो जायेगा, जिसे हो सकता है की आपकी website पूरी तरह से index ना हो॰ इसलिए आप सही तरीके से URL change करे।
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3.Heading Tag
Header tags HTML element होते जो वेब पेज में टाइटल को दिखाने के लिए यूज़ करते है, मेन Header tag को H1 टैग कहते है जो पेज के मेन टाइटल के लिए रिज़र्व होता है आप निचे देख सकते है H1 tag कैसे मेन Title के लिए यूज़ होता है.
इसके अलावा भी H2 – H6 तक Sub-headings होते है जिनका आप पोस्ट में यूज़ कर सकते है। इन सभी टैग्स का यूज़ करना जरूरी नहीं है H1 तो पहले ही Title टैग के लिए रिज़र्व होता है आप H2 और H3 का frequently यूज़ कर सकते है | इनसे आपके रैंकिंग पर डायरेक्ट कोई फरक नहीं पड़ता है लेकिन इससे पेज वेल Organised हो जाता है और पेज का look और feel बढ़ जाता है।
4.Title keyword-
Title tag एक HTML एलिमेंट होता है जो आपके ब्लॉग के Title को दर्शाता है | Title tag एक clickable हैडिंग होता है, जो सर्च इंजन रिजल्ट पेज (SERPs) में दिखाई देता है ये बहोत महत्पूर्ण होता है। Title tag किसी भी वेबसाइट या वेब पेज का सटीक और संक्षिप्त वर्णन करने के लिए होता है।
5.Meta tag use-
Meta Description एक HTML attribute होता जो आपके वेबपेज या पोस्ट का विस्तार से वर्णन करता है जिसे गूगल Title टैग के निचे दिखता है, जो आपके CTR ( Click Through Rate ) को बढ़ाता है। Meta description का रैंकिंग से कोई डायरेक्ट लेना देना नहीं है Meta Description कंटेंट को SERPs में यूजर के सामने “advertise” करने का मौका देता है जिसे यूजर ये सुनिश्चित करता है की उसे क्लिक करना चाहिए या नहीं जो query वो सर्च कर रहा है वो इसमें है की नहीं।
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6.Add related link-
Website के Crawlability में Internal linking का एक बहुत बड़ा रोल होता है अगर आपके सारे page आपस में एक दूसरे से जुड़े हुए है तो crawler सभी pages को अच्छे से Crawl कर सकता है और सभी pages गूगल में आसानी से इंडेक्स हो सकता है | ऐसा करने से आप ये सुनिश्चित कर लेते है की Crawler आपके साइट के सभी pages तक पहुंचेगा। इसे आपके एक page की Authority (Link Juice ) आपके दूसरे pages में भी पास होती है।
7.Out Link
आप अपनी वेबसाइट से किन वेबसाइट को लिंक दे रहे हैं. यह भी गूगल के नजरों में ranking factor होता है. अगर किसी खराब वेबसाइट को लिंक देते हैं तो यह अच्छा सिग्नल नहीं है. वहीं अगर सरकारी वेबसाइट, पढ़ाई वाली वेबसाइट, आदि को नहीं देते हैं तो यह अच्छा सिग्नल माना जाता है.
SEO के फायदे
Free Traffic – एक बार SEO करने से आप अपनी वेबसाइट पर मुफ्त में ट्रैफिक ला सकते हैं.
Brand Value- अगर आप अपनी वेबसाइट का SEO कर रहे हैं तो लोगों को आपकी कंपनी पर भरोसा जाता होता है. आज के युग में paid ads के बारे में सब जानते हैं वही SEO कम ही लोग कर आते हैं.
Sale और profit– आप जितना अच्छा SEO करेंगे इतना ही मुनाफा आपका बटेगा. लोग ज्यादा से ज्यादा आप की वेबसाइट पर आएंगे और product खरीदेंगे.
Build Trust- आजकल लोग कुछ भी सामान खरीदने से पहले research करते हैं. अगर आप यह चीज अपने कस्टमर को दे पाऊं तो आपके वेबसाइट पर भरोसा ज्यादा होगा. लोगों को लगेगा कि यह कंपनी अच्छा ज्ञान दे रही है.
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Conclusion
SEO क्या है और What is SEO के इस comprehensive guide में हमने जाना कि SEO आपकी वेबसाइट की विजिबिलिटी और रैंकिंग को improve करने का एक powerful tool है। सही स्ट्रेटेजीज और तकनीकों का उपयोग करके, आप अपनी वेबसाइट को सर्च इंजन्स में उच्च रैंक दिला सकते हैं और अधिक ट्रैफिक आकर्षित कर सकते हैं।
Bahut informative post hai sir g . hamesha apke articles ka intizar rehta hai.maine bahut kuch naya sikha hai…
nice post bhai